कौन थे चाणक्य?
चाणक्य, मौर्य वंश के महान सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे और तक्षशिला के निवासी थे| वह ‘कौटिल्य’ के नाम से भी प्रसिद्ध है| चाणक्य ने ही नंद वंश का नाश करके चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाया था|
अर्थशास्त्र, राजनीति, कृषि और समाज नीति आदि में चाणक्य का बहुत बड़ा योगदान है| एक साधारण युवक(चंद्रगुप्त मौर्य) को राजा बना देने की शक्ति केवल चाणक्य के पास ही थी|
मौर्य साम्राज्य के संस्थापक के रूप में महापंडित विष्णुगुप्त चाणक्य को हमेशा याद किया जाएगा, जिन्होंने भारत का पूरा इतिहास ही बदल कर रख दिया| उनके द्वारा बताई गई कुछ ज्ञान की बातें नीचे विस्तार पूर्वक लिखी गई है:
जिस देश में आदर नहीं, जीने के साधन नहीं,
विद्या प्राप्त करने के स्थान नहीं ,
वहां पर रहने का कोई लाभ नहीं|
शक्तिशाली शत्रु और कमजोर मित्र हमेशा ही नुकसान देते हैं|
हाथी को अंकुश से, घोड़े को चाबुक से, सींग वाले पशुओं को डंडे से
और दुर्जन व्यक्ति को तलवार से दंड देना चाहिए|
जो लोग मिली हुई चीज को छोड़कर उस चीज के पीछे भागते हैं,
जिसके मिलने की कोई उम्मीद ही ना हो,
ऐसे लोग मिली हुई चीज को भी खो देते हैं|
जिस जगह झगड़ा हो रहा हो वहां पर कभी भी खड़े नहीं होना चाहिए
कई बार ऐसे झगड़ों में बेगुनाह मारे जाते हैं|
धर्म, गुरु का ज्ञान, दवाइयां आदि का सदा संग्रह करके रखना चाहिए,
समय आने पर यह सब चीजें इंसान के काम आती है|